कोरोनावायरस की वजह से देश के ट्यूरिज्म इंडस्ट्री पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा। इस इंडस्ट्री को 5 लाख करोड़ रुपए का नुकसान होने और 4-5 करोड़ लोगों का रोजगार छिनने का खतरा है। इस इंडस्ट्री के ऑर्गेनाइज्ड सेक्टर जिसमें ब्रांडेड होटल, ट्यूर ऑपरेटर्स और ट्रैवल एजेंसी शामिल हैं उसे सबसे ज्यादा 1.58 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हो सकता है। कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) ने यह अनुमान जताया है।
ट्यूर ऑपरेटर्स को 25 हजार करोड़ के नुकसान का अनुमान
सीआईआई के मुताबिक होटल ग्रुप्स को 1.10 लाख करोड़ रुपए के नुकसान की आशंका है। ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसीज को 4 हजार 312 करोड़, ट्यूर ऑपरेटर्स को 25 हजार करोड़, एडवेंचर ट्यूर ऑपरेटर्स को 19 हजार करोड़ और क्रूज ट्यूरिज्म को 419 करोड़ रुपए का घाटा होने की आशंका है।
ट्यूरिज्म इंडस्ट्री को सरकार से मदद मिल सकती है
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पर्यटन मंत्रालय ने सरकार से ट्यूरिज्म इंडस्ट्री की मदद के लिए कहा है। इसमें सॉफ्ट लोन, वर्किंग कैपिटल और लोन रीपेमेंट में राहत जैसे सुझाव दिए गए हैं। ट्यूरिज्म इंडस्ट्री ऑर्गेनाइज्ड सेक्टर के अलावा इससे जुड़े छोटे-छोटे कामों वाले लोगों को भी रोजगार देती है।
ग्लोबल ट्यूरिज्म इंडस्ट्री का रेवेन्यू 70% घट सकता है
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के मुताबिक कोरोनावायरस की वजह से दुनियाभर में होटल ऑक्यूपेंसी सिंगल डिजिट में रह गई है, इसमें जल्द सुधार की उम्मीद भी नहीं दिख रही। ग्लोबल ट्रैवल एंड ट्यूरिज्म इंडस्ट्री को इस साल 60% से 70% रेवेन्यू का नुकसान हो सकता है।
ट्यूरिज्म इंडस्ट्री को 5 लाख करोड़ रुपए का घाटा होगा, 5 करोड़ लोगों की नौकरियों पर खतरा